आपने गौर किया होगा कि हमारे देश में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में कर्पूर का उपयोग किया जाता है यह उपयोग प्राचीन काल से ही चला आ रहा है जो सनातन संस्कृति का हिस्सा है। कपूर का सबसे अधिक उपयोग आरती में किया जाता है क्योंकि प्राचीन काल से ही हमारी संस्कृति में देवी देवताओं की पूजा, आरती करने की परंपरा कर्पूर और देसी घी के दीपक से करने की रही है।
पौराणिक ग्रंथों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान की पूजा पाठ में यदि कोई अशुद्धि रही है तो वह आरती करने के पश्चात पूर्ण हो जाती है और भगवान प्रसन्न हो जाते हैं और वह साधक की मनोकामना पूर्ण करते हैं।
कपूर जलाने के फायदे
कर्पूर एक ऐसा सुगंधित पदार्थ है जिसको जलाने से वातावरण सुगंधित तो होता ही है साथ ही इसकी सुगंध से जीवाणु विषाणु आदि बीमारी फैलाने वाले जीव समाप्त हो जाते हैं जिससे वातावरण शुद्ध होता है और बीमारी होने का भय नहीं रहता है यही कारण है कि पूजन आरती आदि धार्मिक कार्यक्रमों और पूजा पाठ में कर्पूर का विशेष महत्व है।कपूर क्या है
कपूर एक ऐसा उड़नसील वानस्पतिक द्रव्य है जो सफेद रंग के मोम की तरह दिखाई देता है एवं जिसमें एक तीखी गंध होती है ।कपूर को संस्कृत में कर्पूर, फारसी में काफूर और अंग्रेजी में केफर कहते हैं। कपूर दारचीनी जाति के वृक्षो से प्राप्त पदार्थ के द्वारा बनाया जाता है।कपूर कैसे बनाई जाती है
हालांकि वर्तमान में कपूर कृत्रिम तौर पर रसायन से भी बनाया जाने लगा है यही कारण है कि बाजार में अब कई तरह के कपूर उपलब्ध है।
कपूर के प्रकार
कपूर तीन प्रकार की होती है1. हिंदुस्तानी या पत्री कपूर
2. भीमसेनी या बरास कपूर
3. चीनी या जापानी कपूर
उपर्युक्त तीनों के अलावा वर्तमान समय में संश्लिष्ट कपूर भी तैयार किया जाता है।
कपूर के फायदे
हिंदू धर्म में किए जाने वाले विभिन्न तरह के धार्मिक कार्यक्रम तथा पूजन आदि में कपूर का उपयोग किया जाता है जिसके पीछे धार्मिक कारण और वैज्ञानिक सोच दोनों ही विद्यमान है।पितृदोष निदान
कर्पूर एक सुगंधित पदार्थ है जिसको जलाने से वातावरण सुगंधित हो जाता है कपूर जलाने से देव दोष व पित्र दोष का शमन होता है।अनिंद्रा के लिए कारगर उपाय है कपूर
रात में सोते वक्त कपूर जलाने से नींद अच्छी आती है क्योंकि एक तो यह सुगंधित होती है जो वातावरण को सुगंधित बना देती है वहीं इसकी सुगंध से बीमारी फैलाने वाले कीटाणु विषाणु आदि जीव नष्ट हो जाते हैं जिससे आसपास का वातावरण पूर्णतया शुद्ध हो जाता है।जीवाणु नाशक
अनेक वैज्ञानिकों ने हिंदू धर्म के अनेक रीति-रिवाजों आदि पर कई बार शोध किए हैं जिसमें यह साबित हो चुका है कि हिंदू रीति-रिवाज पूर्णतया वैज्ञानिक है। कपूर पर किए गए वैज्ञानिक शोधों से यह परिणाम सामने आया है कि इसकी सुगंध से जीवाणु विषाणु आदि बीमारी फैलाने वाले जीव समाप्त हो जाते हैं और वातावरण शुद्ध होता है।त्वचा के लिए उपयोगी है कपूर
कपूर के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो खूबसूरती को निखारने के साथ ही स्वस्थ रखने में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। कपूर को त्वचा पर लगाने से त्वचा संबंधी कई परेशानियां दूर हो जाती है जैसे खुजली, जलन, पिंपल्स आदि।बालों के लिए फायदेमंद कपूर
बालों को गिरने और झड़ने से बचाने के लिए कपूर का तेल बहुत ही फायदेमंद है कपूर के तेल को नियमित तौर पर बालों में लगाने पर यह धीरे-धीरे बालों को गिरने से रोक सकता है वही कपूर का तेल बालों की जड़ों को मजबूत भी बनाता है जिससे वह झड़ना बंद हो जाते हैं। नारियल के तेल में कपूर को मिलाकर लगाने से बाल लंबे भी होते हैं।स्वास्थ्य के लिए लाभदायक कपूर
प्राचीन समय से ही कपूर को कई प्राकृतिक गुणकारी इलाकों में शामिल किया जाता रहा है क्योंकि इसके अंदर एंटी ऑक्सीडेंट का एक बहुत ही बेहतरीन स्रोत है जो कई तरह के रोग को दूर करने के काम आता हैपेट की समस्या के लिए
कपूर से पाचन तंत्र बेहतर होता है साथ ही पाचन रस और एंजाइम के स्त्राव को बढ़ाता है जिससे पाचन की प्रक्रिया बेहतर होती है। कपूर पेट में बनने वाली गैस को रोकने में भी फायदेमंद है।दर्द और सूजन में लाभदायक
कपूर के अंदर दर्द कम करने वाले महत्वपूर्ण घटक होते हैं जो दर्द को दूर करने के साथ ही सूजन को भी कम करते हैं।सर्दी खाँसी हो तो करे कपूर के ये उपाय
कपूर में एक तेज सुगंध होती है जो बलगम और मकस को दूर करने में फायदेमंद है । कपूर कोल्ड रब में भी बहुत कारगर है इसे छाती और गले पर रगड़ने से राहत मिलती है। कपूर को गर्म पानी में मिलाकर इनहेल करने से सर्दी और खांसी दोनों में राहत मिलती है।
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औषधि के रूप में कपूर के अन्य उपयोग
- कपूर का तेल त्वचा पर लगाने से त्वचा में रक्त संचार सहज रूप से होता है।
- बदन , हाथ पैर, गर्दन आदि में दर्द होने पर कपूर युक्त बाम लगाने पर आराम मिलता है।
- यदि आपको आर्थराइटिस की समस्या है तो कपूर मिश्रित मरहम के उपयोग से दर्द में राहत मिलता है
- पानी में कपूर के तेल की कुछ बूंदों को डालकर नहाएं से शरीर तरोताजा रहता है।
- कफ की वजह से छाती में होने वाली जकड़न में कपूर का तेल मलने से राहत मिलती है।
- कपूर युक्त मलहम की मालिश से मोच और मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द में राहत मिलती है।





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